चाय या कॉफी-- भाग 11
लिया का टू पीस ड्रेस में फोटो आरती को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था।
शोरूम में सबकुछ ठीक देखकर उसने सुबोध को फोन कर ओके बोल दिया।
दो मिनट के भीतर ही सुबोध और शमन वहां आ गए।
शमन ने उसे चिढ़ाने और खिजाने के लिए उसके सेलेक्शन में मीनमेख निकालने की कोशिश में लगा था।
,,आरती मैडम.. ये क्या है?इंसानों को पहनना है या कंगारूओं को?ये इसके हाथ देखे हैं.. और इस ड्रेस के फैब्रिक कितना घटिया है.. टू वर्स...!,,
शमन के कमेंट्स सुनते ही आरती गुस्से से बिफर गई।
वह गुस्से में चिल्ला पड़ी,,व्हाट नौनसेंस अबाउट यू।अपने आप को क्या समझते हो तुम..मुझे ड्रेस सेंस समझाओगे तुम..!,,
शमन इसी मौके की तलाश में था।उसने सुबोध से कहा
,,पता नहीं कैसे इस अक्खड़ को तुम बर्दाश्त कर लेते हो..मुझे तो यह बिल्कुल भी नहीं सूट.. करती..
इसी कारण मैं ने इसे... यू अंडरस्टैंड बेटर..!,,
आरती के तनबदन में जैसे आग लग गई हो।
वह उतनी ही कठोरता से जवाब दी
,,आपने मेरे रुडनेस के कारण छोड़ा था मि.शमन..यू आर जस्ट अ फेक गाई..यू नो बेटर..!,,
शमन जोर से चिल्लाते हुए कहा
,,यू डफर..!,सुबोध को इंटेस कर बोला,, सुबोध अगर सुमंगलम में मैं पार्टनर हूँ तो इस को आउट करो..!,,
,,नहीं कोई मुझे आउट करे इससे पहले मैं ही रिजाइन कर जा रही हूं.. मुझे यहां काम नहीं करना।,,
,,अर..रे..!,सुबोध अब बीचबचाव में आ गया।
आरती के सुमंगलम छोड़ने का मतलब था कंपनी को लाखों का नुकसान..!
...आरती सो व्हाट...इतना गुस्से में क्यों हो? तुम..
वह अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया था कि आरती ने कहा
,,सर,मैं अब यहां काम नहीं कर सकती।मुझे अपना इंसल्ट पसंद नहीं बिल्कुल भी।,,
शमन मुस्कुरा रहा था अभी तक।उसे आरती को परेशान करने में बहुत ही मजा आ रहा था।
आरती वहां से निकल कर फटाफट अपने केबिन में गई और अपना रेजिग्नेशन लेटर टाइप किया और प्रिंटर से प्रिंट आउट निकाल कर सुबोध के हाथों में दे दिया।
सुबोध ने उसका त्याग पत्र देखकर अपनी त्यौरियाँ चढ़ा ली।उसने कहा
,,यह कोई मजाक है क्या जब आप चाहें रिजाइन कर दें।मैडम हर कंपनी के रुल्स होते हैं आप एक महीने के लीगल नोटिस के बाद ही जॉब रिजाइन कर सकती हैं।,,
यह कहकर सुबोध ने उसका त्याग पत्र फाड़कर फेंक दिया।
आरती निरुत्तर थी।वह धीरे से बोली
,,सर आइ वांट लीव टुडे।,,
,,ओके.. श्योर.. आप जा सकती हैं।,,
आरती अपने केबिन में आई।अपना पर्स और लंच बॉक्स लेकर बाहर जाने लगी।
आरती और शमन का हंगामा पूरे सुमंगलम में फैल गया था।हर कोई यह जानना चाहता था कि वहां क्या हुआ था।
अनामिका के साथ लगभग फैक्ट्री के सारे लोग खड़े थे।
आरती ने सभी को हल्के से हाथ हिलाकर कर बाय किया और काम में ध्यान रखने का बोलकर वहां से निकल गई।
दोपहर खत्म ही हो रहा था तो रास्ते में बहुत ट्रैफिक नहीं था।
इसलिए आरती जल्दी ही घर पहुंच गई।
वाशरूम में अपने चेहरे हाथमुंह धोकर वह अपने बिस्तर पर गिर गई और फूटफूटकर रोने लगी...!
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क्रमशः..
सीमा..✍️❤️
©®
#नॉन स्टॉप लेखन प्रतियोगिता
Saba Rahman
03-Jul-2022 02:10 AM
Nyc
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Aniya Rahman
03-Jul-2022 01:17 AM
Nyc
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Chudhary
03-Jul-2022 12:37 AM
Nyc
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